विकास खण्ड चौपाल में 1 से 7 जुलाई तक मनाया जाएगा वन महोत्सव, मनरेगा के तहत 137 करोड़ होगे खर्च।
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विकास खण्ड चौपाल में 1 से 7 जुलाई तक मनाया जाएगा वन महोत्सव, मनरेगा के तहत 137 करोड़ होगे खर्च।
न्यूज़ टुडे हिमाचल ब्यूरो चौपाल:
विकास खण्ड चौपाल में जिला शिमला में वित वर्ष 2024-25 की सबसे बड़ी 137 करोड़ की मनरेगा शेल्फ स्वीकृत हुई है जिसमें लगभग 5 करोड़ पौधारोपण की स्वीकृति है.
इसी कड़ी में 1 जुलाई से 7 जुलाई तक चलने वाले वन महोत्सव के अंतर्गत विकास खण्ड चौपाल में मनरेगा के अंतर्गत पौधारोपण के कार्यों की स्वीकृती ग्राम पंचायतों को दी जायेगी.
बी डी ओ चौपाल विनीत ठाकुर के अनुसार जलवायु परिवर्तन को ध्यान में रखते हुए तथा विभिन्न मानव निर्मित पर्यावरण विरोधी गतिविधियों के चलते जैसे कि जंगल में आग लगाना जिससे कि वनस्पति तथा वन्य जीवन को नुकसान होता है तथा पेड़ों की कमी के कारण जल तथा वायु की कमी और विभिन्न चरम जलवायु घटनाओं का प्रचलन बढ़ गया है, अतः ऐसी स्थिति में मनरेगा से न केवल चौपाल की आमजनमानस को रोजगार मिलेगा बल्कि पौधारोपण से विभिन्न मौसम/ जलवायु सम्बंधित उत्पन्न समस्याओं जैसे कि ग्रीन हाउस इफेक्ट और ग्लोबल वार्मिंग को रोकने के लिए भी मदद मिलेगी.
इसके अतिरिक्त व्यावसायिक पौधों की खेती से जहाँ ग्रामीणों की आजीविका बढ़ेगी वहीं वानिकी वाले पौधों से टिम्बर तथा फॉरेस्ट उत्पादों से वन्य जीवन के लाभ के साथ साथ मानव लाभ भी सुनिश्चित होगा.
पौधारोपण से होने वाले अन्य लाभ ;
पौधारोपण से धरा पर छाएगी हरियाली, जीवन में आएगी खुशहाली
1.प्रदूषण के समय में ऑक्सीजन
2.प्रजातियों को विलुप्त होने से बचाता है
3.प्राकृतिक आपदाओं के प्रभाव को कम करता है
4.आर्थिक मूल्य रखता है
वृक्षारोपण क्यों आवश्यक है?
वृक्षारोपण के लाभ:
सामाजिक
वृक्षारोपण गतिविधि में समय बिताने से दैनिक तनाव कम हो जाता है।
हरे-भरे स्थान आपको और आपके बच्चों को अधिक खुश और उत्साही बनाते हैं।
किसी विशेष स्थान पर लगाया गया एक विशेष पौधा आपके जीवन भर की यादगार बन सकता है।
यह वृक्ष आध्यात्मिक मूल्य को दर्शाता है जो समाज को सांस्कृतिक रूप से एक साथ बांधता है।
आर्थिक
उचित स्थानों पर अधिक वृक्षारोपण करने से मौसम में ताप संतुलन बनाए रखने में मदद मिलती है, जिससे आपके स्थान पर शीतलन लागत कम हो सकती है।
वृक्षारोपण और वृक्षों की वृद्धि से संबंधित सीएसआर गतिविधियां निगमों को बेहतर कार्यबल बनाने और उत्पादकता बढ़ाने में मदद कर सकती हैं।
पारिस्थितिकी तंत्र की गतिविधियों और अच्छे कार्यों के साथ साझेदारी बनाए रखने से आपके क्षेत्र में बेहतर छवि बनाने में मदद मिलती है।
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