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सकलोग गांव में भूस्खलन से गांव को खतरा, लोग खौफ के साए में जीने को मजबूर।

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सकलोग गांव में भूस्खलन से गांव को खतरा, लोग खौफ के साए में जीने को मजबूर।

जावेद मोहमद

न्यूज़ टुडे हिमाचल 13 अप्रैल चुराह: खुशनगरी पंचायत के सकलोग गांव में भूस्खलन से गांव को खतरा पैदा हो गया है। यहां पूरा गांव भूस्खलन की चपेट में आ गया हैं,तथा  लोग खौफ के साए में जीने को मजबूर हो गए हैं। बताया जाता है कई घरों में दरारे आ चुकी जिसके चलते मकान गिर भी सकते है । जिसकी शिकायत उपमंडलाधिकारी तीसा के समक्ष पंचायत उप प्रधान सहित समक्ष गांव वासियो द्वारा पेश की गई थी। जिसको देखते हुए उपमंडलाधिकारी तीसा ने विकास खंड अधिकारी को सख्त अदेश दिये थे। कि उक्त जगह पर एक टीम गठित कर मौका करवाया जाए।ताकि गांव को हो रहे खतरे से लोगो को बचाया जाए। विकास खंड अधिकारी तीसा की तरफ से जेई को मौके पर भेज दिया गया था और रिपोट तैयार कर ली गयी है लेकिन अभी तक न तो कोई उच्च अधिकारी वहां पहुचा ओर न ही मौका किया गया। और पूरा गांव भूस्खलन की जद में आ गया है। जिससे कुछ मकानों को काफी नुकसान भी हुआ है।इस बात को देखते हुए पंचायत के लोगो ने उप प्रधान सहित एक बार फिर से उपमंडलाधिकारी को इस समस्या से अवगत करवाया की समय रहते गांव का कुछ समाधान निकाला जाए।क्योंकि भूस्खलन गांव से मात्र 100 मीटर की दूरी पर पहुच चुका है इसके बाद अगर कुछ उपाय नही निकाला तो मकानों की लम्बी कतार इसकी जद में आ जयेगी।उपमंडलाधिकारी ने आश्वासन दिया था कि उन परिवारों की प्रशासन भी हर सम्भव सहायता करेगा।क्योंकि उपमंडलाधिकारी तीसा द्वारा गांव सकलोग की पूरी कोशिश जारी है कि उक्त गांव को भूस्खलन की जद से बचाया जाए।इस गांव में सभी परिवार को बचाया जाए। जो भूस्खलन की जद में आ रहे है ओर प्रशासन तीसा की तरफ से इनकी पूरी सहायता करेगा।आपको बता दे कि चुराह में बीते दिनों भारी बारिश बर्फबारी के दौर चला हुआ था । जिसके कारण पूरा जीवन अस्त वयस्त हो चुका है ऐसे में इन परिवारों को सकलोग गांव में रहना खतरे से खाल नही है जिसके चलते गांव में भूस्खलन जारी है।ओर लोग डर के साए ने जीने को मजबूर हैं

वही डी एम चुराह हेम चन्द वर्मा का कहना है कि

सकलोग गांव की समस्या ध्यान में हैं पूरे गांव को इस भूस्खलन से खतरा है। जिसको देखते हुए पूरे गांव को भूस्खलन से बचने के लिए प्रयास किया जा रहा है ओर प्रशासन की तरफ से गांव वालों की हर संभव सहायता की जाएगी।

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