चौपाल-झिकनीपुल सड़क पर ड्रमों के डंगो पर गुज़र रहे है भारी वाहन, कभी भी हो सकता है बड़ा हादसा।
😊 Please Share This News 😊
|
चौपाल-झिकनीपुल सड़क पर ड्रमों के डंगो पर गुज़र रहे है भारी वाहन, कभी भी हो सकता है बड़ा हादसा।
सुरेश रंजन
न्यूज़ टुडे हिमाचल 3 फ़रवरी नेरवा: उपमंडल मुुख्यालय चौपाल से झीकनीपुल के लिए चौकिया हो कर बनी सड़क में कुछ माह पूर्व हुई भारी बारिश होने के कारण चौपाल चौकिया मार्ग पर कई जगह पर सड़क टूटकर क्षतिग्रस्त हो गई थी जिसके लिए पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा फौरी तौर पर सड़क को खोलने के लिए विभिन्न जगहों पर तारकोल के खाली ड्रमों के डंगे लगाए गए थे जिसमें की कुछ पॉइंट ऐसे हैं जहां पर आज तक तारकोल के खाली ड्रम के डंगे लगे हैं और उस उस पर ही सड़क को बनाकर वाहनों के लिए खोल दिया गया है।यह सड़क विभिन्न पंचायतें ग्राम पंचायत चांजू ग्राम पंचायत देवत ग्राम पंचायत बमटा व ग्राम पंचायत रुसलाह के कई दर्जन गांव को जोड़ती है तथा इस मार्ग पर हर रोज सैकड़ों छोटी गाड़ियां व कई दर्जन बसों व ट्रकों की आवाजाही होती है लेकिन, जब भी बस यहां से गुजरती है तो बस का आधा टायर हवा में रहता है तथा पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा बनाए गए ड्रम पर बने डंगे भी पूरी तरह से हिलने लगते हैं जो कि एक बहुत बड़े हादसे को बुलावा दे रहे हैं। कई बार विभाग को सूचित करने पर भी इस पर कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है। सूत्रों के मुताबिक 2 साल पहले इस सड़क को नाबार्ड के तहत पक्का करने का व विभिन्न जगह पर डंगे लगने का कार्य करने का टेंडर ठेकेदारों को दिया गया था लेकिन ठेकेदारों द्वारा इसमें चालू मेटलिंग कर दिया गया जो अब पूरी तरह से उखड़ चुकी है जबकि अभी करीब 5 किलोमीटर सड़क मैटल की जानी बाकी है। यह सड़क झिकनीपुल से चौपाल तक मैटलीग होनी थी तथा विभिन्न जगहों पर कटिंग और डंगे लगने थे लेकिन ठेकेदारों द्वारा ऐसा कोई कार्य इसमें नहीं किया गया।
उधर विभाग भी इस पर कोई गौर नहीं फरमाया रहा हैै।पीडब्ल्यूडी विभाग को कई बार इसके बारे में सूचित कर दिया गया है लेकिन इस पर कोई भी कार्यवाही करने को तैयार नहीं है। विभिन्न पंचायतों के पंचायत प्रतिनिधियों का कहना है कि जल्द से जल्द इन जगहों पर के ढंगे लगाए जाए व सड़क को पूरा मैटल किया जाए अन्यथा वह धरना प्रदर्शन पर भी उतर सकते हैं।
उधर एक्स इन पीडब्ल्यूडी चौपाल ए के पॉल का कहना है कि अभी हमारे पास बजट का प्रावधान नही है, बजट की व्यवस्था होते ही डंगे के टेंडर लगा दिए जाएंगे।
व्हाट्सप्प आइकान को दबा कर इस खबर को शेयर जरूर करें |