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तेंदुए से  बचाव के लिए डीएफओ चौपाल ने जारी की एडवाइजरी।

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तेंदुए से  बचाव के लिए डीएफओ चौपाल ने जारी की एडवाइजरी।

गिरीश ठाकुर

न्यूज़ टुडे हिमाचल 13 अक्तूबर चौपाल: चौपाल वन मंडल के शेईला ग्राम में पिछले कई दिनों से तेंदुए का आतंक छाया है। कुछ दिन पूर्व इस गांव में  रात को एक मज़दूर दिनेश बहादुर के डेढ़ वर्षीय बच्चे पर हमला कर दिया था उस बच्चे की मृत्यु हो गई थी | वन विभाग की टीम तुरंत सूचना मिलने पर घटना स्थल पर पहुंची तथा शोक संतप्त परिवार के प्रति संवेदना प्रकट की और नियमानुसार परिजनों को अंतरिम राहत के तौर पर एक लाख रूपए की धनराशि प्रदान की गयी।

वनमंडलाधिकारी चौपाल अवनि भूषण राय ने कहा कि विभाग के अधिकारी /कर्मचारी मौका पर नियमित तौर से तैनात है तथा तेंदुए को पकड़ने के लिए पिंजरे व दो कैमरो को अनुमानित स्थान पर स्थापित कर दिया गया है, जैसे ही ये तेंदुआ पकड़ में आता है उसे तुरंत बचाव व पुनर्वास केंद्र टूटीकंडी शिमला भेज दिया जायेगा |

वनमंडलाधिकारी ने लोगों को जागरूक करने तथा तेंदुए से बचाव के लिए विशेष एडवाईजरी जारी की है, उन्होंने कहा कि तेंदुए बहुत चालाक होने के कारण कुत्ते और दूसरे पालतू पशुओं के शिकार हेतु गांव के आस -पास रहते है, कुत्ते , भेड़, बकरियो व अन्य पालतू पशु तेंदुए को आमतौर पर शिकार के लिए गांव की ओर आकर्षित करते है, तेंदुए द्वारा पालतू पशुओं को होने वाली हानि को कम करने के लिए ये सुनिश्चित करें की रात्रि समय में वे पशुशाला में सुरक्षित हो तथा दिन में चरान के समय कोई आदमी उनकी देखभाल करे , उन्होंने कहा कि तेंदुए का अपना एक चिन्हित क्षेत्र होता है जिससे वे भली-भांति परिचित होते हैं, अगर तेंदुए को उसके क्षेत्र से निकाल दे तो इसके स्थान पर दूसरे नये तेंदुए आ सकते है जो क्षेत्र में नया होने के कारण ज्यादा समस्या उत्पन्न करते है, वनमंडलाधिकारी ने कहा कि तेंदुए का पीछा कभी न करे क्योंकि डरा हुआ तेंदुआ आप पर हमला कर सकता है, संध्या समय व अंधेरे में कभी बच्चों को अकेले न छोड़े, रात के समय यदि आप अकेले जा रहें है तो खुद गाना गाईये या जोर जोर से बात करें या शोर करें या मोबाइल में गाना बजाये जिससे तेंदुआ समझे कि वह मनुष्य है और कोई कुत्ता व शिकार नहीं, यदि आपको तेंदुआ दिखाई दे तो उसका पीछा न करैं तथा न ही उसके ऊपर कुछ फेकें, ऐसी स्थिति में चुपचाप निकल जाएँ अन्यथा तेंदुआ अपने बचाव हेतु आप पर हमला कर सकता है, तेंदुआ को पकड़ने हेतु लोग फंस ( कड़क्की ) का प्रयोग न करें क्योकि ऐसा करने से तेंदुया जख्मी हो जाता है तथा इस अवस्था में लोगों के लिए जयादा खतरनाक साबित हो सकता है, वनमंडलाधिकारी ने सभी लोगो से जारी की गई एडवाइजरी का पालन करने का आग्रह किया है।

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