नमस्कार हमारे न्यूज पोर्टल - मे आपका स्वागत हैं ,यहाँ आपको हमेशा ताजा खबरों से रूबरू कराया जाएगा , खबर ओर विज्ञापन के लिए संपर्क करे +91 88949 86499 ,हमारे यूट्यूब चैनल को सबस्क्राइब करें, साथ मे हमारे फेसबुक को लाइक जरूर करें , सचिवालय में बैठेंगे हररोज़ दो मंत्री। – News Today Himachal

News Today Himachal

Latest Online Breaking News

सचिवालय में बैठेंगे हररोज़ दो मंत्री।

😊 Please Share This News 😊

सचिवालय में बैठेंगे हररोज़ दो मंत्री।

न्यूज़टुडे हिमाचल बीयूरो (24 अक्टूबर)

शिमला – मुख्यमंत्री की गैरमौजूदगी में सचिवालय से गायब रहने वाले मंत्रियों पर जयराम सरकार ने बड़ा फैसला पारित किया है। कैबिनेट में लाए गए इस एजेंडा आइटम के आधार पर यह फैसला लिया गया है कि सचिवालय में हर दिन दो मंत्रियों को ऑफिस में बैठना पड़ेगा। इसके लिए मंत्रियों के दिन निर्धारित कर दिए गए हैं। खास है कि मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में आयोजित कैबिनेट की बैठक में सोमवार को लिए गए इस फैसले को बाकायदा रिकार्ड में लाया गया है। इस व्यवस्था के आधार पर मुख्यमंत्री के साथ बैठ कर संबंधित विभागों के मंत्री कई मसलों पर सहमति बना सकते हैं। इसके अलावा शिमला स्थित सचिवालय पहुंचने वाले लोगों को निराश होकर नहीं लौटना पड़ेगा। जाहिर है कि प्रदेश सचिवालय में सबसे ज्यादा उपस्थिति अभी तक खुद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की है। मुख्यमंत्री के फील्ड दौरों और दिल्ली बैठकों के दौरान उन्हें सचिवालय से बाहर जाना पड़ता है। हैरत है कि इस दौरान अधिकतर मंत्री भी सचिवालय से कूच कर अपने गृह चुनाव क्षेत्रों के लिए रवाना हो जाते हैं। लिहाजा मामले की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री ने इस विषय को कैबिनेट में लाकर अपने वजीरों को सचिवालय में बैठने के लिए प्रेरित किया है। प्रदेश मंत्रिमंडल की बैठक में पारित फैसले में कहा गया है कि हर दिन कम से कम दो मंत्रियों को सचिवालय में सुबह से शाम तक अपनी उपस्थिति दर्ज करवानी होगी। इस दौरान मंत्री अपने विभागों की समस्याओं को मुख्यमंत्री के साथ बैठ कर इसका समाधान निकाल सकते हैं। बताते चलें कि मुख्यमंत्री और मंत्रियों के शिमला से बाहर प्रवास पर जाते ही प्रशासनिक सचिव भी टूअर बनाकर निकल जाते हैं। इस कारण मंत्रियों की सीटिंग का मामला कैबिनेट में लाकर मुख्यमंत्री ने अफसरशाही पर भी लगाम कसी है।

व्हाट्सप्प आइकान को दबा कर इस खबर को शेयर जरूर करें 

स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे

Donate Now

[responsive-slider id=1466]