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सिविल अस्पताल नेरवा में सुविधाओं का टोटा,एक बिस्तर पर लिटाए जा रहे है चार मरीज़।

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सिविल अस्पताल नेरवा में सुविधाओं का टोटा,एक बिस्तर पर लिटाए जा रहे है चार मरीज़।

सुरेश रंजन

न्यूज़ टुडे संवाददाता नेरवा,18 सितम्बर:
उपमंडल चौपाल के नेरवा अस्पताल की दशा दयनीय बनी है सिविल अस्पताल नेरवा नाम का सिविल अस्पताल है लेकिन अस्पताल के अंदर सेवा पीएससी के बराबर की भी नहीं है नेरवा अस्पताल 25 पंचायतों का केंद्र बिंदु है यहां पर हर रोज 200 से ढाई सौ के बीच की ओपीडी होती है लेकिन अस्पताल में सुविधा ना होने के कारण मरीजों को मजबूरन प्राइवेट क्लीनिको में जाना पड़ रहा है यदि नेरवा के अंदर कोई दुर्घटना हो जाती है तो उसे प्रथम उपचार देने के बाद शिमला रेफर कर दिया जाता है कई बार मरीज को शिमला पहुंचाते पहुंचाते आधे रास्ते में ही मरीज भगवान को प्यारा हो जाता है। नेरवा अस्पताल में मात्र 6 कमरे हैं जिसमें 2 कमरों में मरीजों के लिए 4 बेड लगे हुए हैं जिसमें की एक बेड पर चार चार मरीज लेटे हुई होते हैं उधर नेरवा की जनता में सरकार व  चौपाल के नेताओं के खिलाफ भारी रोष में है। लोगों का कहना है कि कांग्रेस सरकार के चुनाव के दौरान दो बार नेरवा अस्पताल को अपग्रेड किया गया बाद में बीजेपी सरकार ने 4 बिस्तर से 50 बिस्तर का किया तथा नेरवा में अस्पताल के लिए नए भवन का निर्माण करना भी न शुरू कर दिया जो कछुआ चाल से चल रहा है। उधर अस्पताल के अंदर डॉक्टर के विभिन्न पद रिक्त पड़े हैं इन सब चीजों से चौपाल के नेताओं को क्या लेना देना उन्हें तो चुनाव के दौरान ही लोगों को झूठ बोलकर झूठी घोषणाओं की बौछार करनी है।  नेरवा अस्पताल के अंदर जो मरीजों के लिए खाना दिया जाता है वह पशु भी नहीं खा रहे हैं अस्पताल में बासा खाना बासी रोटियां मरीजों के लिए लाई जा रही है जिससे मरीज नहीं खा रहे हैं व बाहर होटल से खाना मंगवा रहे हैं। उधर बीएमओ अरविंद मेहरा का कहना है कि जो अस्पताल में खाना ला रहा है उनके खिलाफ रिटन में शिकायत आएगी तो उसके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।

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